चप्पल बाहर क्यों उतारते हैं?
मंदिर में प्रवेश नंगे पैर करने के पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि मंदिर के फर्शों का निर्माण पुराने समय से अब तक इस प्रकार किया जाता है कि ये इलैक्ट्रिक और मैग्नेटिक तरंगों का सबसे बड़ा स्रोत होती हैं। जब इन प्र नंगे पैर चला जाता है तो अधिकतम ऊर्जा पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाती है।
परिक्रमा का वैज्ञानिक कारण :-
हर मुख्य मंदिर में दर्शन और पूजा करने के बाद परिक्रमा करनी होती है। जब मंदिर में परिक्रमा कि जाती है तो सारी सकारात्मक ऊर्जा, शरीर में प्रवेश कर जाती है और मन को शांति मिलती है।
दीपक के ऊपर हाथ घूमने का वैज्ञानिक कारण :-
आरती के बाद सभी लोग दिए पर या कपूर के ऊपर हाथ रखते हैं और उसके बाद सिर से लगाते हैं और आंखों पर स्पर्श करते हैं। ऐसा करने से हल्के गरम हाथों से दृष्टि इंद्री सक्रिय हो जाती है और अच्छा अनुभव होता है।
भगवान की मूर्ति :-
मंदिर में भगवान की मूर्ति को गर्भ गृह के बिल्कुल बीच में रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस जगह पर सबसे अधिक ऊर्जा होती है। जहां सकारात्मक सोच से खड़े होने पर शरीर में सकारात्मक ऊर्जा पहुंचती है और नकारात्मकता दूर भागती है।
मंदिर घंटा लगने का कारण :-
जब भी मंदिर में प्रवेश किया जाता है तो दरवाले प्र घंटा तंगा होता है जिसे बजाना होता है। इसे बजाने से निकलने वाली आवाज़ से सात सेकंड तक गूंज बनी रहती है जी शरीर के सात हीलिंग सेंटर्स को सक्रिय कर देती है।
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